और अति शोक को महसूस किया है। और अति शोक को महसूस किया है।
जो हुआ भूलकर सब कुछ, हमे आगे बस बढ़ जाना हैं। जो हुआ भूलकर सब कुछ, हमे आगे बस बढ़ जाना हैं।
कुछ शब्दों में वर्तमान स्थिति का स्पष्ट चित्रण-कोरोना काल, सब बेहाल कुछ शब्दों में वर्तमान स्थिति का स्पष्ट चित्रण-कोरोना काल, सब बेहाल
कैसा है ये मंज़र, ये कैसा बवाल है? बिना मुँह ढँके निकल सके कोई, क्या किसी की मजाल है कैसा है ये मंज़र, ये कैसा बवाल है? बिना मुँह ढँके निकल सके कोई, क्या किसी...
कोरोना का कहर है छाया है. कोरोना का कहर है छाया है.
कोरोना के कहर को पहचानते हैं कोरोना के कहर को पहचानते हैं